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Showing posts from August, 2023

हरिद्वार अर्थात हर और हरि का द्वार

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विक्रम सम्वत 2080 के श्रावण मास के अधिक मास में हमारे परम स्नेही आदरणीय बड़े भाई साहब श्री सुरेशचंद्र जी कंसल एवं अन्य आत्मीयजन द्वारा उत्तराखण्ड की देवभूमि हरिद्वार में श्रीमद भागवत कथा ज्ञान महोत्सव का आयोजन रखा गया था, जिस महोत्सव में उपस्थित होकर श्रीमद भागवत कथा श्रवण, श्री गंगा जी के प्रतिदिन स्नान और दर्शन, श्री गंगा जी की आरती के दर्शन, देवभूमि हरिद्वार में आठ दिवस का निवास तथा देवदर्शनों के लाभ का परम सौभाग्य किसी पुण्याई से और आप सभी स्नेहीजनों की शुभकामनाओं से प्राप्त हुआ। उसी समय वहीं पर देवभूमि हरिद्वार के बारे में भी कुछ लिखने की इच्छा जागृत हुई और उसे आप तक पहुँचाने का प्रयास कर रहा हूँ। हरिद्वार अर्थात हर और हरी का द्वार, यह वह स्थान है जहाँ से ही पवित्र देवभूमि की परम यात्रा प्रारम्भ होती है। उत्तराखण्ड के चारों धाम श्री बद्रीनाथ धाम, श्री केदारनाथ धाम, श्री गंगोत्री धाम, श्री यमुनोत्री धाम एवं अन्य देवतीर्थ सहित प्रयागादि की यात्रा हरिद्वार से ही पूजन आदि के बाद ऋषिकेश होते हुवे प्रारम्भ होती है। इसी कारण से यह स्थान श्री हरि का द्वार कहा जाता है। 

देवाधिदेव श्री महादेव जी के द्वादश ज्योतिर्लिंग

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हमारे देश में देवाधिदेव श्री महादेव जी के वैसे तो असंख्य मंदिर हैं जहाँ भगवान श्री भोलेनाथ की सेवा पूजा की जाती है किन्तु मुख्य रूप से द्वादश ज्योतिर्लिंग का विशेष महत्त्व है। सम्पूर्ण भारत देश के भिन्न भिन्न बारह स्थानों पर विराजमान भगवान श्री भोलेनाथ की महिमा से उन सभी स्थानों को तीर्थ क्षेत्र की मान्यता होकर इन सभी स्थानों पर प्रतिदिन असंख्य श्रद्धालुजन भगवान श्री भोलेनाथ के दर्शन एवं पूजन के लिए जाते हैं और भगवान भोलेनाथ जी के दर्शन, पूजन और आराधना करके अपना जीवन धन्य करते हैं तथा देवाधिदेव श्री महादेव जी भी उन भक्तजनों के पापों का नाश कर उन भक्तों का उद्धार करते हैं। सौराष्ट्रे सोमनाथं च श्री शैले मल्लिकार्जुनं। उज्जयिन्यां महाकाल मोंकार ममलेश्वरं। परल्यां वैद्यनाथं च डाकिन्यां भीमशङ्करं।  सेतुबन्धे तू रामेशं नागेशं दारुकावने। वाराणस्यां तू विश्वेशं त्रयम्बकं गौतमीतटे। हिमालये तू केदारं धुश्मेशं च शिवालये। एतानि ज्योतिर्लिंगानी सायं प्रातः पठेन्नरः। सप्त जन्म कृतं पापं स्मरेणं विनश्यति।  देवाधिदेव श्री महादेव जी के द्वादश ज्योतिर्लिंग के बारे में कहा गया है कि इनके ...