अष्ट सिद्धियां
मेरा महान देश (विस्मृत संस्कृति से परिचय) में दुर्गा प्रसाद शर्मा, एडवोकेट, इंदौर का सादर अभिनन्दन। हम सभी सनातन धर्म प्रेमी जन के लिए श्री हनुमान चालीसा की जानकारी कोई अनभिज्ञता की बात नहीं है और कई लोग तो नियमित श्री हनुमान चालीसा का पाठ भी करते ही होंगे। श्री हनुमान चालीसा की एक चौपाई है "अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता। अस वर दीन्ह जानकी माता।।" अर्थात माता श्री जानकी जी ने श्री हनुमान जी महाराज को अजर अमर होने का वरदान तो दिया ही था, साथ ही उन्हें अष्ट सिद्धियां और नव निधियाँ प्रदान करने का भी वरदान प्रदान किया था। ईन्हीं शक्तियों से श्री हनुमानजी महाराज ने कई असाधारण और असंभव लगने वाले कार्य भी बड़ी ही आसानी से संपन्न कर दिए। नव निधियों पर पूर्व में ही एक लेख लिखा जा चुका है, जिसे पृथक से लिंक के माध्यम से पढ़ा जा सकता है तथा आज के इस 141 वें पुष्परूपी लेख में हम श्री हनुमानजी महाराज की उन अष्ट सिद्धियों के बारे में चर्चा कर रहे हैं।